सावधान! मोबाइल नबंर को यदि करवाने जा रहे है आधार से लिंक तो देखें ये वी...



careful! If the mobile phone is going to be available, then read the link from the base.

The government is now being asked to link everything to the base. In which order was given to link the base to bank account, PAN number etc. After which it was said that it is mandatory to link the mobile number to Aadhaar card.

Being a responsible citizen of these orders given by the government, we also continued to follow. But some thugs have taken the way to take advantage of this. Sawant Gupta, who lives in Mumbai, became the biggest victim of these thugs. In a shock, some thugs cleaned their hands on all the earnings of their hard work.

Akshayt Gupta, who was working in a private company in Mumbai, was asked to link to the mobile number base for several days. Satyapal Gupta received a phone call and was told that he is talking to the parent company Airtel. Send an SMS to SIM number. After this, his SIM cloned and the fraudster took out 1.3 lakh rupees from his account.

Parvati wrote a post on Facebook and narrated her feelings

Hi guys! I lost the amount of 1.3 lakh rupees from my ICICI Bank Salary Account. One fraudulent claimed me to be from Airtel and ultimately gave me an ultimatum that if I did not link my Aadhar card with SIM, then the company would block my SIM and block the number forever. He requested me to send my SIM card number 121 (official Airtel service number), without any hassle, my SIM card will be re-activated. I did not know that the fraudsters would clone my SIM and loot all my hard earned money. There were also my fixed deposits, which I was adding to my hard time.

Did all this need to break the security of my ICICI bank account? Have we made such a weak technique? I always thought our bank account is safe. I was in the illusion that if someone asks for my bank account, debit card or such information, which is only safe with me, then I will not give it.

I thought I was protecting her every minute of my life. But the truth is that all the sensitive information is already floating around the criminal world because the sweet banks like ICICI do not just want to stay with us, what will happen to us!

It is not believed how easy it is to steal money from someone's account. Frodgers are adopting every trick to break their lock.

Along with this, Sartit shared his account details on Facebook. The bank questioned why there is no saving in their money account. In the end, the eternal life was kept safe from the fraudsters appealing to people.

सावधान! मोबाइल नबंर को यदि करवाने जा रहे है आधार से लिंक तो पढ़े ये खबर

सरकार द्वारा आजकल हर चीज को आधार से लिंक करवाने को कहा जा रहा है। जिसमें आधार को बैंक-अकाउंट, पैन नंबर आदि से लिंक करवाने के आदेश दिया गया था। जिसके बाद कहा गया कि मोबाइल नंबर को भी आधार कार्ड से लिंक करवाना अनिवार्य है।

सरकार द्वारा दिए गए इन आदेशों का एक जिम्मेदार नागरिक होने के कारण हम भी पालन करते रहे। पर कुछ ठग लोगों ने इस बात का फायदा उठाने का रास्ता निकाल लिया। इन ठगों का सबसे बड़ा शिकार बने मुंबई के रहने वाले शाश्वत गुप्ता। एक ही झटके में उनकी मेहनत की सारी कमाई पर कुछ ठगों ने हाथ साफ कर लिया।

मुंबई की एक निजी कंपनी में काम करने वाले शाश्वत गुप्ता को कई दिनों से मोबाइल नंबर आधार से लिंक करवाने को कहा जा रहा था। शाश्वत गुप्ता को एक फोन कोल आया और कहा गया कि वे आधारिक कंपनी एयरटेल से बात कर रहे है। सिम नंबर से एक एसएमएस करें। ऐसा करते ही उनके सिम की क्लोनिंग हो गई और जालसाज ने उनके खाते से 1.3 लाख रुपए निकाल लिए।

शाश्वत ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर अपनी आपबीती सुनाई।

Hi guys! मैंने अपने आईसीआईसीआई बैंक के सैलरी अकाउंट से 1.3 लाख रूपये की राशि खो दी। एक धोखेबाज ने एयरटेल से होने का दावा करते हुए मुझे अल्टीमेटम दिया कि अगर मैंने अपने आधार कार्ड को सिम से लिंक नहीं कराया तो कंपनी मेरे सिम को डी-एक्टिवेट और नंबर को हमेशा के लिए ब्लॉक कर देगी। उन्होंने मुझसे रिक्वेस्ट की कि मैं अपना सिम कार्ड नंबर 121 (आधिकारिक एयरटेल सर्विस नंबर) पर मैसेज करूं, जिससे बिना किसी परेशानी के मेरा सिम कार्ड री-एक्टिवेट कर दिया जाएगा। मुझे नहीं मालूम था कि धोखेबाज मेरे सिम को clone करेगा और मेरी सारी मेहनत की कमाई लूट लेगा। जिसमें मेरा फिक्स्ड डिपॉजिट्स भी थे, जिन्हें मैं अपने मुश्किल वक्त के लिए जोड़ रहा था।

क्या इस सब की जरूरत मेरे आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट की सिक्युरिटी तोड़ने के लिए थी? क्या हमने इतनी कमजोर तकनीक बनाई हैं? मुझे हमेशा लगता था कि हमारा बैंक अकाउंट सुरक्षित है। मैं इसी भ्रम में था कि अगर कोई मेरे बैंक अकाउंट, डेबिट कार्ड या जैसी जानकारी मांगता है, जो केवल मेरे पास है तो सुरक्षित है, तो मैं उसे नहीं दूंगा।

मुझे लगता था कि मैं अपनी जिंदगी के हर मिनट में उसकी सुरक्षा कर रहा हूं। लेकिन सच्चाई यह है कि सभी संवेदनशील जानकारियां पहले से ही आपराधिक दुनिया भर में तैर रही हैं, क्योंकि आईसीआईसीआई जैसे प्यारे बैंक भी सिर्फ हमारे पास ही नहीं रहना चाहते, हमारा क्या होगा!

विश्वास नहीं हो रहा कि किसी के अकाउंट से पैसे चुराना कितना आसान हो गया है। फ्रॉडर्स अपने मतलब के लिए लॉक तोड़ने के लिए हर ट्रिक अपना रहे हैं।

इसके साथ ही शाश्वत ने अपनी अकाउंट डिटेल फेसबुक पर शेयर करते हुए। बैंक से सवाल किए कि क्यों उनकी मनी अकाउंट में भी सेव नहीं है। आखिर में शाश्वत ने लोगों से अपील की धोखेबाजों से सेफ रहे।

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