बिहार में बरपा आंधी-तूफान का कहर,पांच की मौत,मौसम विभाग का हाई अलर्ट जारी



There was heavy loss due to rainstorms and hailstorms in the whole state including Patna on Friday. Two people died due to collapsing during a storm in Sangrampur of East Champaran and Sahebganj in Muzaffarpur, while three people lost their lives after falling trees in the gopalganj era. The strong winds have influenced life throughout the state. Due to unusual changes in the weather, the temperature has decreased in Patna, Gaya, Muzaffarpur, Bhagalpur and other cities. In Patna, people have been relieved from heat for the last three days due to hail, for 20 minutes at night, at 10 pm. According to the Meteorological Center, there is a forecast for such conditions for the next two-three days.





In other parts started from the morning devastation: Gale and water and hail crops cause heavy damage to crops. In the morning, rain and hailstorm, starting from P. Champaran adjacent to the Nepal border, was destroyed by Pu. Champaran, Sitamarhi, Madhubani, till Darbhanga. According to the farmers, the hail fell to one kilogram, causing more than a dozen people were injured in Uttar Bihar. In addition to mango and litchi formation and ticks, other crops including Muzaffarpur have suffered heavy losses due to wheat, mustard, maize and tobacco crops. The house of dozens of people collapsed in the storm and water. In Kishanganj, there was hail for half an hour in the day. The administration is being assessed by the administration of various districts and losses of crops and losses of crops across the state.

पटना सहित पूरे राज्य में शुक्रवार को आंधी-पानी और ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ। पूर्वी चंपारण के संग्रामपुर और मुजफ्फरपुर के साहेबगंज में आंधी के दौरान दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गयी जबकि गोपालगंज के भोरे में पेड़ गिरने से तीन लोगों की जान चली गई। तेज हवाओं ने राज्य भर में जनजीवन पर असर डाला। मौसम में असामान्य बदलाव की वजह से पटना, गया मुजफ्फरपुर, भागलपुर व अन्य शहरों के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। पटना में रात पौने दस बजे 20 मिनट तक ओलावृष्टि होने से पिछले तीन दिनों से गर्मी झेल रहे लोगों को राहत मिली। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले दो-तीन दिनों तक ऐसी स्थिति बनी रहने का पूर्वानुमान है।





सुबह से ही शुरू हुई अन्य हिस्सों में तबाही : आंधी-पानी और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ। सुबह में नेपाल सीमा से सटे प.चम्पारण से शुरू हुई बारिश और ओलावृष्टि ने पू.चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी होते हुए दरभंगा तक तबाही मचाई। किसानों के अनुसार एक किलोग्राम तक के ओले गिरे, जिससे उत्तर बिहार में करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। मुजफ्फरपुर सहित अन्य जगहों पर आम व लीची के मंजर और टिकोलों के अलावा गेहूं, सरसों, मक्का व तंबाकू की फसल को भारी क्षति हुई है। दर्जनों लोगों के घर आंधी-पानी में ढह गए। किशनगंज में दिन में आधा घंटा तक ओलावृष्टि हुई। राज्य भर में प्रशासन द्वारा विभिन्न जिलों में जनहानि और फसलों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

Comments