हिंसा की आग में अब भी झुलस रहा बंगाल,बाबुल सुप्रीयो पर FIR दर्ज,धारा 144...



Violence in West Bengal seems to be quiet gradually. But shops and schools are closed even on the fourth day of violence

Politics is getting hot on this matter. Tell me Thursday Union Minister Babul Supriyo visited Asansol, but there he has a lot of debate with the police. After which FIR was registered on them

On Thursday, state Chief Minister Mamata Banerjee also held a meeting with senior officials and reviewed the situation. However, Section 144 is applicable now in Asansol and Raniganj areas. Babul Suprio claimed that two FIRs have been lodged against him, after which he has also lodged a complaint against the police. However, the police have not made it clear that such types of FIRs have been registered or not.

Talk about the state BJP Women's Front, Locket Chatterjee, was also stopped from going to affected areas because the situation remains tense. The police also prevented Chatterjee from Durgapur, who was also going to Raniganj.

It is noteworthy that after the clash between two groups on Sunday and Monday on a rally of Ramnavmi in Raniganj, Internet services were suspended in the area and prohibition was imposed under Section 144 of the CrPC.

Some locals allegedly sloganeering against the Union minister and demanded immediate release of them from the area. Local TV channels have shown them arguing with policemen, who surrounded their vehicle. Supriyo claimed that peace can be restored in the locality through the deployment of only central forces and local people have no faith in the police

The minister said, "Being a people's representative, I have the right to go to my parliamentary constituency and especially at a time when people are in trouble. This is my duty, but the police are saying that I will not be allowed because Section 144 is applicable in the locality. Being a minister, I can not violate the rules. ' Supriyo said that he would give full details of the incident to Prime Minister Narendra Modi and Home Minister Rajnath Singh.

पश्चिम बंगाल में फैली हिंसा धीरे-धीरे शांत होती दिख रही है। लेकिन हिंसा के चौथे दिन भी दुकानें और स्कूल बंद हैं

इस मामले पर राजनीति गर्म हो रही है। बता दें गुरुवार का केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आसनसोल का दौरा किया, लेकिन वहां पर पुलिस के साथ उनकी काफी बहस हुई। जिसके बाद उनपर एफआईआर भी दर्ज हुई

गुरुवार को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक की और स्थिति का जायजा लिया। हालांकि, अभी आसनसोल और रानीगंज इलाके में धारा 144 लागू है। बाबुल सुप्रियो ने दावा किया कि उनके खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की गईं हैं जिसके बाद उन्होंने भी पुलिस के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस तरह की प्राथमिकियां दर्ज की गईं हैं, या नहीं।

बात दें प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा प्रमुख लॉकेट चटर्जी को भी प्रभावित इलाकों में जाने से आज रोक दिया गया क्योंकि वहां हालात तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस ने चटर्जी को भी दुर्गापुर में रोक लिया, वह भी रानीगंज जा रही थी

गौरतलब है कि रानीगंज में रामनवमी की एक रैली को लेकर रविवार और सोमवार को दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद इलाके में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया और सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है।

कुछ स्थानीय लोगों ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कथित रूप से नारेबाजी की और उनसे तत्काल इलाका छोड़ने की मांग की। स्थानीय टीवी चैनलों ने उन्हें पुलिसकर्मियों के साथ बहस करते हुए दिखाया है, जिन्होंने उनके वाहन को घेर रखा था। सुप्रियो ने दावा किया कि केवल केंद्रीय बलों की तैनाती के जरिये इलाके में शांति बहाल की जा सकती है और स्थानीय लोगों का पुलिस पर विश्वास नहीं रह गया है

मंत्री ने कहा, 'जन प्रतिनिधि होने के नाते मुझे अपने संसदीय क्षेत्र में जाने का पूरा हक है और खासकर ऐसे समय जब लोग दिक्कत में हैं। यह मेरा कर्तव्य है, लेकिन पुलिस कह रही है कि मुझे इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि इलाके में धारा 144 लागू है। मंत्री होने के नाते मैं नियमों का उल्लंघन नहीं कर सकता।' सुप्रियो ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की पूरी जानकारी देंगे।

Comments