AUTO ड्राइवर का बेटा जिसने फतेह कर लिया पूरा उत्तर प्रदेश
Those who have a lot of enthusiasm are not afraid of difficulties and success has to bow before them. ' This proverb has proved to be a promising boy of UP today. The name of this promising student of Barabanki is Akash Maurya, who defeated the entire income of the father while defeating the father's low income and poverty. In the results released on Sunday, Akash Inter-board jointly got topper in the examination. Their parents have a huge contribution in the success of the sky
Let the father of the sky observe his family by doing wages.
To make the son an engineer, his father also runs auto in the free time. There was a time when Akash's father Kuldip could not read after high school due to poverty. But they do not know anything about this. He wants to see his son become an engineer
Seeing the father's poverty and hard work, Akash also did not disappoint the father and in the 12th exam jointly topped his father's name in the entire state. When Kuldeep, living in Kanshiram colony of Barabanki, came to know that his son topped the entire state, then his eyes started pouring in tears of happiness.
Kuldeep reached the school of the sky while sitting on his own son and family. Let us tell you that during the UPTU exam on Sunday, during this time, the sky got information about their tops. Explaining the secret of their success, Akash says that counting of hours does not matter for study
Most importantly, it is understood that as much as you can read. Akash further explains that his favorite subject is mathematics, whereas physics seems to be a bit tougher. Despite this, its sky has 97 marks in physics, chemistry and maths.
जिनके हौसले बुलंद होते हैं वे मुश्किलों से डरते नहीं और सफलता को उनके आगे झुकना ही पड़ता है.'। यह कहावत आज यूपी के एक होनहार लड़के ने सही साबित कर दी। बाराबंकी के इस होनहार छात्र का नाम आकाश मौर्य है जिसने पिता की कम आमदनी और गरीबी को मात देते हुए पूरा उत्तर प्रदेश फतह कर लिया। रविवार को जारी हुए रिजल्ट में आकाश इंटर की बोर्ड परीक्षा में संयुक्त रुप से टॉपर रहे। आकाश की सफलता के पीछे उनके माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है
बता दें कि आकाश के पिता मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालते हैं।
बेटे को इंजिनियर बनाने के लिए उनके पिता खाली समय में ऑटो भी चलाते हैं। एक समय था जब गरीबी की वजह से आकाश के पिता कुलदीप हाईस्कूल के बाद नहीं पढ़ सके। लेकिन उन्हें इस बात का कोई मलाल नहीं। वह अपने बेटे को इंजिनियर बनते देखना चाहते हैं
पिता की गरीबी और जीतोड़ मेहनत देखकर आकाश ने भी पिता को निराश नहीं किया और 12वीं की परीक्षा में संयुक्त रुप से टॉप कर पूरे प्रदेश में अपने पिता का नाम रोशन कर दिया। बाराबंकी के कांशीराम कॉलोनी में रहने वाले कुलदीप को जब पता चला कि उनका बेटा पूरे प्रदेश में टॉप किया है तो आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े
कुलदीप बेटे और परिवार को बैठाकर खुद ऑटो चलाते हुए आकाश के स्कूल पहुंच गए। आपको बता दें कि रविवार को यूपीटीयू की परीक्षा थी इसी दौरान आकाश को उनके टॉप करने की जानकारी मिली। अपनी सफलता का राज बताते हुए आकाश कहते हैं कि पढ़ाई के लिए घंटो की गिनती मायने नहीं रखती
सबसे जरुरी यह होता है कि जितना पढ़ा जाए उतना समझ में आए। आकाश आगे बताते हैं कि उनका फेवरेट सब्जेक्ट मैथ्स है जबकि फिजिक्स उन्हें थोड़ा टफ लगता है। बावजूद इसके आकाश को फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में 97 मार्क्स मिले हैं।
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