बिहार:14 दिन में 4 जिलों तक फैली साम्प्रदायिक हिंसा,अब नवादा में तोड़फोड...
In 14 days, communal violence spread to four districts in Bihar. The beginning was on March 17 from the fury in Bhagalpur. After this there was a clash between two communities in Samastipur and Sheikhpura. After a loss to a religious place in Nawada on Friday, there was a furore. The miscreants blocked the road and sabotaged bus, truck and other trains. Furious people set fire to a shop and bike. The police reached the spot and managed to get air firing and sticks on the staff.
There was a violent clash between two parties on sloganeering during a message visit to Nathnagar in Bhagalpur. Before both of them hit the stone and then the bomb and bullet went. Over a dozen people and policemen were injured. In this case, the police registered a case against nine people including the son of Union Minister Ashwini Choubey, including the eternal husband, The police have not been able to arrest the earned.
The situation is normal in Nathnagar. A large number of police forces have been deployed.
A child standing on the terrace in Rosda of Samastipur district had fallen on the people running in a sandal procession. After this there was a dispute, which was settled by local people. On March 27, the case got over again and hundreds of people attacked. The main road was fired and jammed. The police had to lathi charge. DM and SP held a meeting of the Peace Committee on 28 March.
What is the situation: There is tension in Rosda. The police has arrested 10 people. Shops were closed in protest of the arrest. The police force has been deployed.
During the procession, people got flabbergasted without getting permission for the route. There was a clash between the miscreants and the police at Budhuli Chowk. The police fired and then lathi-charged after pushing for 20 minutes. A case was lodged against 43 against Namdhad and 200 unknowns.
There is tension in Sheikhupura now. The police is continuously patrolling the entire area including the Budauli Chowk.
बिहार में 14 दिनों में चार जिलों तक साम्प्रदायिक हिंसा फैल गई। शुरुआत 17 मार्च को भागलपुर में हुए उपद्रव से हुई थी। इसके बाद समस्तीपुर और शेखपुरा में दो समुदाय के लोगों में झड़प हुई। शुक्रवार को नवादा में एक धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचने के बाद उपद्रव हुआ। उपद्रवियों ने सड़क जाम किया और बस, ट्रक और अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की। उग्र लोगों ने एक दुकान और बाइक को आग लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हवाई फायरिंग और लाठीचार्ज कर स्थित पर काबू पाया।
भागलपुर के नाथनगर में संदेश यात्रा के दौरान नारा लगाने पर दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई थी। दोनों तरफ से पहले पथराव हुआ फिर बम और गोली चली। एक दर्जन से ज्यादा लोग व पुलिसकर्मी जख्मी हुए। इस मामले में पुलिस ने केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे समेत 9 लोगों पर केस दर्ज किया। पुलिस अर्जित को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
नाथनगर में स्थिति सामान्य है। बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया है।
समस्तीपुर जिले के रोसड़ा में छत पर खड़े एक बच्चे की चप्पल जुलूस में चल रहे लोगों पर गिर गई थी। इसके बाद विवाद हुआ, जिसे स्थानीय लोगों ने सुलझा लिया। 27 मार्च को यह मामला फिर भड़क गया और सैकड़ों लोगों ने बवाल किया। मुख्य सड़क पर आगजनी की गई और जाम लगा दिया गया। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। डीएम और एसपी ने 28 मार्च को पीस कमेटी की बैठक की।
अभी क्या स्थिति:रोसड़ा में तनाव है। पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के विरोध में दुकानें बंद कर दी गईं। पुलिस बल तैनात किया गया है।
शोभायात्रा के दौरान रूट की अनुमति नहीं मिलने पर लोग भड़क गए थे। बुधौली चौक पर उपद्रवियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। 20 मिनट तक धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने फायरिंग की और फिर लाठीचार्ज कर दिया था। 43 के खिलाफ नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
शेखपुरा में अभी तनाव है। पुलिस बुधौली चौक समेत पूरे इलाके में लगातार गश्त कर रही है।
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