हिंसा की आग में जल रहा बंगाल,दिल्ली में राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं ममता
While West Bengal violence fire burning, while the other side of the state of the chief Minister Mamata Banerjee Delhi political loaves fomentation are. Bengal Ram navami day arose violence fire yet extinguished not. This violence has two people's lives took many injured and Mamata Banerjee this difficult round in Delhi in. Mamata Banerjee these days West Bengal except the 2019 elections in the BJP in front of powerful challenge to the present regional parties to unite exercise in ered are. Center offer to the state government has rejected the Center of the proposed to the state government has turned down. State Secretariat (नवान्न) Wednesday clear that raniganj Central paramilitary forces is not required. State police state control is able to. Minister and Asansol BJP member of Babylon supriyo Tuesday night raniganj and Asansol in violence the Prime Minister Narendra Modi spoke. After the Central home Ministry chief Secretary Malay Dev home Secretary अत्रि Bhattacharya contact shuffle and violence report on demand as well as proposed that if the state whether there Central paramilitary forces can be sent. On the state administration Central force deployment refused.
एक तरफ जहां पश्चिम बंगाल हिंसा की आग में जल रहा है वहीं दूसरी तरफ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली में राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं। बंगाल में रामनवमी के दिन उठी हिंसा की आग अभी तक बुझी नहीं है। इस हिंसा ने दो लोगों की जान ले ली और कई घायल हुए और ममता बनर्जी इस मुश्किल दौर में दिल्ली में हैं। ममता बनर्जी इन दिनों पश्चिम बंगाल को छोड़कर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के सामने दमदार चुनौती पेश करने के लिए क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने की कवायद में जुटी हैं
केंद्र के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने ठुकरा दिया। राज्य सचिवालय (नवान्न) ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि रानीगंज में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की आवश्यकता नहीं है। राज्य पुलिस स्थिति नियंत्रित करने में सक्षम है। केंद्रीय मंत्री व आसनसोल के भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार की रात रानीगंज व आसनसोल में हुई हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी। इसके बाद ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव मलय देव गृहसचिव अत्रि भट्टाचार्य से संपर्क साधा और हिंसा पर रिपोर्ट मांगने के साथ-साथ प्रस्ताव दिया कि यदि राज्य सरकार चाहे तो वहां केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल भेजा जा सकता है। इस पर राज्य प्रशासन ने केंद्रीय बल की तैनाती से इन्कार कर दिया।
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