3 बच्चे कर रहे विष्णु-शिव-मां काली के अवतार का दावा,उमड़ रही भीड़
Shimla theog a village these days is quite headlines in. There are hundreds of people influx Judy. Please tell that was the same family 3 kids Vishnu-Shiva-mother black Avatar claim to be doing. Everyday philosophy of everyone is coming. Information, according to बलग in pandavas of sthali a kilometers away mother Rina and father Shyam Lal the great son peace Shiva's Avatar, small Ashish God Vishnu and youngest daughter of smiles the mother black's Avatar taken. People believe that the people who which also suffer with the philosophy are coming, they exactly are becoming. All three children Dalit family and here बलग school studies do. But shivratri after these three children school not be able are. It is now the people of faith connected to be considered or it superstition. बलग village a rural Sohan Pandey, that this area intellectuals in are counted. He said Himachal including other States people here philosophy are coming. These three children people knowledge are. Last Thursday when his grandson was sick so suddenly he is a variety of actions was doing. Him hospital moving any difference not had. When they three children have moved it very well done.
शिमला के ठियोग का एक गांव इन दिनों काफी सुर्खियों में है। यहां सैकड़ों लोगों का तांता लगा हुआ है। बता दें कि यहां एक ही परिवार के 3 बच्चे विष्णु-शिव-मां काली के अवतार होने का दावा कर रहे हैं। हर रोज दर्शन के लिए हर कोई आ रहा है। जानकारी के मुताबिक बलग में पांडवों की स्थली से एक किलोमीटर दूर माता रीना व पिता श्यामलाल का बड़ा बेटा अमन शिव का अवतार, छोटा आशीष भगवान विष्णु और सबसे छोटी बेटी मुस्कान ने मां काली का अवतार लिया है।
लोगों का मानना है कि जो लोग जिस भी कष्ट के साथ यहां दर्शन के लिए आ रहे हैं, वे बिल्कुल ठीक होते जा रहे हैं। तीनों ही बच्चे दलित परिवार से हैं और यहां बलग स्कूल में पढ़ाई करते हैं। लेकिन शिवरात्रि के बाद ये तीनों बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। अब इसे लोगों की आस्था से जुड़ा माना जाए या फिर इसे अंधविश्वास।
बलग गांव के एक ग्रामीण सोहन पांडे, जो कि इस क्षेत्र के बुद्धिजीवियों में से गिने जाते हैं। उन्होंने बताया कि हिमाचल सहित दूसरे राज्यों से भी लोग यहां दर्शन के लिए आ रहे हैं। ये तीनों बच्चे लोगों को ज्ञान भी दे रहे हैं। पिछले गुरुवार को जब उनका पोता बीमार हो गया था तो अचानक वह कई तरह की हरकतें कर रहा था। उसको अस्पताल ले जाकर भी कोई फर्क नहीं पड़ा था। जब उनको तीनों बच्चों के पास ले जाया गया तो वह बिलकुल ठीक हो गया।
Comments
Post a Comment