आसनसोल दंगे से डरे हिन्दू करने लगे पलायन,राज्यपाल भी नहीं सुरक्षित तो उन...
In the Asansol district of West Bengal, on the eve of Ram Navami, the people are not taking the name of the riots. The victims of this riot are leaving their own house and running away; Asansol's situation is so bad that the state governor Kesari Nath Tripathi also has security It is not a guarantee that he wanted to go to Asansol, but the Mamta Banerjee government expressed his inability to give him security, due to which he was going to go there. Turned D.
According to BJP leader and Union minister Babul Supriya, people are running away in fear of the riots in Raniganj Asansol, BJP workers are giving shelter to them and they are arranging food, the Bengal government has completely failed.
Most surprisingly, the situation in which the situation in which so much of the state is not guaranteed security is not guaranteed in Bengal, Chief Minister Mamata Banerjee is planning to remove the Modi government in Delhi, preparing the third front. He is planning to stop Modi in 2019 after meeting all the political parties in Delhi.
In a conversation with ABP News, a planner said, "We are going to a safe place. We are taking our families there where the Muslim population is very low." Another said to the channel, "Mamata Banerjee is doing nothing for the Hindus." Heavy security forces have been deployed in the area. As of today, around 60 people have been arrested in Asansol. Things are still getting worse in the villages.
Governor Kesar Nath Tripathi was preparing to go to Asansol, but the Mamta Government showed him the inability to provide security. It was said in the statement issued by the Raj Bhawan that it would be difficult to provide adequate protection to the Honorable Governor considering the deployment of police in the area. The state government advised the governor not to "go on tour of Durgapur".
पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले में राम नवमी के दिन भड़के दंगे थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं, इस दंगे के शिकार हिन्दू अपना अपना घर छोड़कर भागने लगे हैं, आसनसोल के हालात इतनी बुरे हैं कि राज्य के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी की भी सुरक्षा की गारंटी नहीं है, वह आसनसोल जाना चाहते थे लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने उन्हें सुरक्षा देने में असमर्थता जता दी जिसकी वजह से उन्हें वहां जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया.
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियों के अनुसार रानीगंज आसनसोल में दंगो के माहौल से डरकर लोग भागने लगे हैं, बीजेपी कार्यकर्ता उन्हें आश्रय देकर उनके खाने पीने का इंतजाम कर रहे हैं, बंगाल सरकार पूरी तरह से फेल हुई है.
सबसे हैरानी की बात यह है कि जिस बंगाल में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि राज्य पाल की भी सुरक्षा की गारंटी नहीं है वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली में मोदी सरकार को हटाने के लिए प्लानिंग कर रही हैं, तीसरा मोर्चा तैयार कर रही हैं. वह दिल्ली में सभी राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात करके 2019 में मोदी को रोकने का प्लान बना रही हैं.
एबीपी न्यूज से बातचीत में एक पलायनकर्ता ने कहा, "हम सुरक्षित जगह पर जा रहे हैं। हम अपने परिवारों को वहां ले जा रहे हैं जहां मुस्लिम आबादी बेहद कम हो।" एक अन्य ने चैनल से कहा, "ममता बनर्जी हिन्दुओं के लिए कुछ नहीं कर रही हैं।" इलाके में भारी सुरक्षा-बल तैनात किए गए हैं। आज तक के अनुसार, आसनसोल में करीब 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गांवों में हालात अभी भी बिगड़े हुए हैं।
राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी आसनसोल जाने की तैयारी में थे मगर ममता सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने में असमर्थता जता दी। राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इलाके में पुलिस की तैनाती को देखते हुए माननीय राज्यपाल को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करा पाना मुश्किल होगा। राज्य सरकार ने राज्यपाल को 'दुर्गापुर दौरे पर न जाने' की सलाह दी।
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