सियासी फायदों के लिये जल रहा बिहार,विश्वास नहीं तो देख ले यह रिपोर्ट



Yes, the manner in which Nitish Kumar's good governance has been smashing the people of the government while running the government with BJP today and the people are screaming, the city's city is burning in the heat of the violence, and from government to police administration Not taking action

This time the Durga Puja brought a riot for Biharis like, after all, how the violence started from Bhagalpur was taken into the grip of Aurangabad, Samastipur, Nalanda, and where is the government? Many big leaders are being named in the investigation and after the arrest the leaders of the workers are spreading false rumors among the people so that people can be made vote bank by provoking them. So what is the intention of the political parties

Wherever the riot police administration looked dormant when it was more then the police administration came to see the people trying to show that the situation is fine and the social media is accused of provoking riots, the internet service of the entire city is banned .

Has the police become a slave of these leaders or is the puppet?

On the evening of Samastipur, on Monday evening, mischievous elements were successful in instigating people by throwing the wrong things on the statue at the time of immersion.

On Tuesday morning, thousands of people went to that place and started committing the people who were not aware of the people around them. It is clear that people from outside were called out to bake soyaati roti.

जी हाँ जिस तरह से आज बीजेपी के साथ सरकार चलाते हुए नीतीश कुमार का सुशासन शोलों की तरह दहक रहा है और जनता त्राहि- त्राहि कर रही है ,शहर के शहर हिंसा की तपिश में झुलस रहे हैं, और सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन तक फौरन एक्शन नहीं ले रही है

इस बार की दुर्गा पुजा जैसे बिहार वासियों के लिये दंगा लेकर आया, आखिर भागलपुर से शुरू हुई हिंसा औरंगाबाद, समस्तीपुर, नालंदा को चपेट में ले लिया कैसे चपेट में ले रही है और सरकार कहां है? जाँच में कई बड़े नेताओ का नाम आ रहा है और गिरफ्तारी के बाद नेताओं के कार्यकर्ता लोगों के बीच जा कर गलत अफवाह फैला रहे है ताकि लोगों को भड़का कर वोट बैंक बनाया जा सके आखिर क्या मंशा है राजनीति दलों की

जहाँ भी दंगा हुई पुलिस प्रशासन निष्क्रिय दिखी जब ज्यादा हुआ तो पुलिस प्रशासन पहूँच कर लोगों को यह दिखाने कि कोशिश करती नजर आई की हालात अब ठीक है और सोशल मीडिया पर दंगे भड़काने का आरोप लगा पूरे शहर की इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी जाती है.

क्या पुलिस इस नेताओं के गुलाम बन कर रह गई है या फिर कटपुतली

समस्तीपुर की बात कि जाये तो सोमवार की शाम शरारती तत्वों ने मूर्ति विसर्जन के वक्त मूर्ति पर गलत चीजें फेंक कर लोगों को भड़काने में सफल रही.

मंगलवार की सुबह होते होती हजारों की संख्या में लोग उस जगह पहूँच गये और हंगामा करने लगे ये लोग कौन थे आसपास के लोगों को नहीं पता इससे साफ होता है कि सियासती रोटी सेंकने के लिये बाहर से लोगों को बुलाया गया था.

Comments