नवमी पर CM योगी ने किया कन्या पूजन, गोरखनाथ मठ में की निशारात्रि पूजा ME...



CM Yogi on the Navami Kanya Poojan, Nisharatri Pooja of Gorakhnath Math

UP Chief Minister Yogi Adityanath worshiped the girl on Friday and washed the feet of the girls.



After completing the work of Pujan and Aarti by the CM Yogi, he gave them food-giving and donation-dakshina.



He has also done Nisharatri Pooja and Arthar Puja in Gorakhnath Math.



Yogi Adityanath is absorbed in his Math at Gorakshanath Peeth in Gorakh nowadays. In the last 4 days of Navaratri, Mahanta is worshiping Shakti as a devotee. The CM Yogi is performing the fasting of Navratri on one side and the government is also running on the other side.



Explain that worship of the Kumari girls in Sanatan Hindu religion and worship is worshiping various forms of Shakti Maa Bhagwati Durga.



Yogi Adityanath reached Gorakhnath Peeth on Saptami i.e. Kalratri. Where he recited Durga Saptashati. In about an hour of worship, Yogi has given Shakti Text and Aarti.



With the entry of Saptami's night and Ashtami, the Yogi worshiped Nisharatri. Explain that among the worshipers of the goddess, worship of Nishratri is considered to be of great importance. Yogi Adityaath also performed a hymn of Shakti text with this nisharatri worship. Nisharatri puja is considered to be a wax.



Yogi Adityanath sat in the house with his priest and performed the Arthur Puja along with Nisha. In Armaan Puja, all the weapons present in the monastery are taken out and worshiped in the proper manner. By the previous year when Yogi Adityanath used to be MP and Mahant, then he was worshiped along with the public display of the scriptures. But this time this worship has been done at the place of worship of Goddess and there is no public demonstration of it.



Yogi Adityanath told 'Aajtak' about his Navratri worship that he has been fasting for Navaratri for many years, in which all 9 days are on fasting. In the morning and evening do the reading of power. Do aarti. Havan, and through all the laws, Navaratri has been performing the worship of God Dev. This gives them positive energy and that's the time they are working to govern.



On the day of Dashami, the Yogi will participate in the Shobhayatra which will go to Mansarovar in the temple premises. In this, Mahant as the Mahant will lead the procession and with this celebration, Navaratri will be concluded.

नवमी पर CM योगी ने किया कन्या पूजन, गोरखनाथ मठ में की निशारात्रि पूजा

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने शुक्रवार को कन्या पूजन किया और कन्याओं के पैर धोए.



सीएम योगी ने पूजन और आरती विधि-विधान से सम्पन्न करने के बाद उन्हें भोजन-प्रसाद और दान-दक्षिणा देकर विदा किया.



उन्होंने गोरखनाथ मठ में निशारात्रि पूजा और शस्त्र पूजा भी की है.



योगी आदित्यनाथ इन दिनों गोरखपुर में अपने मठ गोरक्षनाथ पीठ में साधना में लीन है. नवरात्र के आखिरी 4 दिनों में बतौर महंत वह शक्ति पूजा कर रहे हैं. सीएम योगी नवरात्र में उपवास रखते हुए एक तरफ शक्ति की साधना कर रहे हैं तो दूसरी तरफ सरकार भी चला रहे हैं.



बता दें कि सनातन हिन्दू धर्म में कुमारी कन्याओं का पूजन और सत्कार आदि शक्ति मां भगवती दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का पूजन है.



सप्तमी यानी कालरात्रि के दिन योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ पीठ पहुंचे. जहां उन्होंने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया. करीब एक घंटे की पूजा में योगी ने शक्ति पाठ और आरती की.



सप्तमी की रात और अष्टमी के प्रवेश के साथ ही योगी ने निशारात्रि पूजा की. बता दें कि देवी के उपासकों के बीच निशारात्रि की पूजा का बड़ा ही महत्व माना जाता है. इसी निशारात्रि पूजा के साथ योगी अदित्यनाथ ने शक्तिपाठ का हवन भी किया. निशारात्रि पूजा कर्मफल देने वाली मानी जाती है.



योगी आदित्यनाथ ने अपने पुजारी के साथ घंटो बैठकर निशा रात्रि पूजा के साथ-साथ शस्त्र पूजा भी की. शस्त्र पूजा में मठ में मौजूद तमाम शस्त्रों को निकालकर उचित विधि से उसका पूजन किया जाता है. पिछले साल तक जब योगी आदित्यनाथ सांसद और महंत हुआ करते थे तब तक शास्त्रों के सार्वजनिक प्रदर्शन के साथ-साथ उसकी पूजा होती थी. लेकिन इस बार यह पूजा देवी की अनुष्ठान की जगह पर ही की गई है और इसका कोई सार्वजनिक प्रदर्शन नहीं हुआ.



योगी आदित्यनाथ ने अपनी नवरात्र पूजा के बारे में 'आजतक' को बताया कि वह कई सालों से नवरात्र का व्रत करते आ रहे हैं, जिसमें पूरे 9 दिन उपवास पर होते हैं. सुबह-शाम शक्ति का पाठ करते हैं. आरती करते हैं. हवन करते हैं और तमाम विधि विधान से नवरात्र शहर देव की पूजा संपन्न करते रहे हैं. इससे उन्हें पॉजिटिव एनर्जी मिलती है और यही फिलहाल शासन चलाने के उनके काम आ रही है.



दशमी के दिन मंदिर प्रांगण में योगी शोभायात्रा में हिस्सा लेंगे जो कि मानसरोवर तक जाएगी. इसमें बतौर महंत वह जुलूस का नेतृत्व करेंगे और इसी शोभायात्रा के साथ नवरात्र का समापन होगा.

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