शिक्षामित्रों को TET के बाद भी देनी होगी लिखित परीक्षा-योगी सरकार MEXA NEWS



To become teacher, TET pass candidates must give one and test: Yogi cabinet

Lucknow. To become a teacher in primary school, TET candidates will now have to undergo an examination. The Government has also decided to take written test from the TET candidates.

An important decision was taken on the issues related to educationmakers in a cabinet meeting held in Lucknow in Lokbhavan under the chairmanship of Chief Minister Yogi Adityanath. Under this, to become assistant teacher in primary schools now have to pass the written test along with TET. This decision means that till now the direct recruitment of TET pass candidates was going on, but now they have to go through the written examination. The marks of this written examination will also be added when making merit.

After the cabinet meeting, Government spokesman Shrikant Sharma said that the proposal to teach education in cabinet has been approved. He said that to become assistant teacher in primary school now, the examination will be required. This test will be done after the TET qualification. The marks of the written examination will also be added to the teacher recruitment merit.

Shrikant Sharma said that now the basic teachers will be recruited through written examination in UP. For this, 60 numbers will be written and 40 are academic. Only TET candidates will be able to sit in this examination. Shrikant Sharma said that the government will follow the instructions of the Supreme Court regarding education. Apart from this, the proposal for grant of Bharangaan in the recruitment of education students also got Cabinet approval. In a permanent appointment in teacher recruitment, education students will get weightage as weightage. Education students will get 25 numbers for maximum 10 years. Education students will get two and a half numbers based on experience per year.



टीचर बनने के लिए TET पास अभ्यर्थियों को देनी होगी एक आैर परीक्षाः योगी कैबिनेट

लखनऊ। प्राइमरी स्कूल में टीचर बनने के लिए TET पास अभ्यर्थियों काे अब एक आैर परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। सरकार ने TET पास अभ्यर्थियों से अब लिखित परीक्षा लेने का भी निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लखनऊ के लोकभावन में मंगलवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में शिक्षामित्रों से जुड़े मसले पर अहम फैसला लिया गया। इसके तहत अब प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनने के लिए टीईटी के साथ-साथ लिखित परीक्षा भी पास करनी होगी। इस फैसले के मतलब यह है कि अब तक टीईटी पास अभ्यर्थियों की डायरेक्ट भर्ती हो रही थी, लेकिन अब उन्हें लिखित परीक्षा से भी होकर गुजरना होगा। मेरिट बनाते समय इस लिखित परीक्षा के अंक को भी जोड़ा जाएगा।

कैबिनेट मीटिंग के बाद सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कैबिनेट में शिक्षामित्रों से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक बनने के लिए अब परीक्षा देनी होगी। यह परीक्षा टीईटी क्वालीफाई करने के बाद देनी होगी। शिक्षक भर्ती की मेरिट में लिखित परीक्षा के भी अंक जोड़े जाएंगे।

श्रीकांत शर्मा ने कहा कि अब यूपी में लिखित परीक्षा के माध्यम से बेसिक शिक्षकों की भर्ती होगी। इसके लिए 60 नंबर लिखित और 40 एकेडमिक होंगे। इस परीक्षा में सिर्फ TET पास अभ्यर्थी ही बैठ सकेंगे। श्रीकांत शर्मा ने कहा कि शिक्षामित्रों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का सरकार अनुपालन करेगी। इसके अलावा शिक्षामित्रों को भर्ती में भारांक का लाभ देने संबंधी प्रस्ताव को भी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई। शिक्षक भर्ती में स्थायी नियुक्ति में शिक्षामित्रों को वेटेज के रूप भारांक मिलेगा। शिक्षामित्रों को अधिकतम 10 साल के लिए 25 नंबर मिल सकेंगे। शिक्षामित्रों को प्रति वर्ष के अनुभव के आधार पर ढाई नंबर मिलेंगे।

Comments