रामानंद सागर की ‘रामायण’ को हो गये 31 साल, देखिए कितने बदल गए ये कलाकार



Many years ago when on Sunday morning most of India's houses were heard in the voice of Ravindra jain ... 'Ramayana'. This was the story of the religious scripture of Hinduism, which was presented by director-producer Ramanand Sagar as the drama on Doordarshan. Apart from Ramayana, Ramanand Sagar has made serial based on historical beliefs such as Shrikrushna and Mahabharata.

How many changes did the Ramayana starcast

Born on December 29, 1917 in Lahore (now in Pakistan) in British India, Ramanand Sagar was inclined to read religious books since childhood. He started Ramayan serial in 1986. This followed 78 episodes for two years. Its populity grew so much that it also came to Sony Channel in 1995. Then came the Star Festival in 2002 also.

The popularity of all the characters in this serial has increased so much that people were learning their characters through the name of reel character more than the real role. This serial came 31 years and all the characters of Ramayana changed a lot.

कई साल पहले जब रविवार की सुबह भारत के ज्यादातर घरों से रविंद्र जैन की आवाज में सुनाई देता था…’रामायण’. ये हिंदू धर्म के धार्मिक ग्रंथ की कहानी थी जिसे नाटक के रूप में निर्देशक-निर्माता रामानंद सागर ने दूरदर्शन पर प्रस्तुत किया था. रामानंद सागर ने रामायण के अलावा श्रीकृष्णा और महाभारत जैसे ऐतिहासिक मान्यताओं पर आधारित सीरियल बनाए.

रामायण की स्टारकास्ट कितने बदल गये

29 दिसम्बर, 1917 को ब्रिटिश इंडिया के लाहौर (अब पाकिस्तान में) में जन्में रामानंद सागर का झुकाव बचपन से ही धार्मिक किताबों को पढने में था. उन्होंने साल 1986 में रामायण सीरियल की शुरुआत की. इसके बाद दो साल तक 78 एपिसोड आए. इसकी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ी कि 1995 में इसे सोनी चैनल पर भी आता था. इसके बाद साल 2002 में स्टार उत्सव पर भी आता था.

इस सीरियल के सभी किरदार की लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि इनके किरदारों को लोग रियल किरदार से ज्यादा रील किरदार के नाम से जानने लगे थे. इस सीरियल को आये 31 साल हो गये और रामायण के सभी पात्र बहुत बदल गये

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