आसाराम और राम रहीम इसे खाते थे, इसे खाने से आ जाएगी राम रहीम और आसाराम ज...



Today we will talk of a medicine which is like a stone in appearance but it has so many qualities that we can not think.





Its most special feature is that it stops our age. Let's know what its name and how it works. According to the ancient Vedic texts, stone is made of stone. The heat of the sun starts to melted by the sun's heat, it is called Shilajit. It is very thick like black and charcoal.

Like a 20-year-old man in old man's strength



It also brings strength to the old man as a 20-year-old man. Tilak is hot, hot and more bitter in taste. It is of four types. Gold, Silver, Copper and Iron Even when using silasat, more sour and chilli spices have to be avoided.





By eating Shilajit, the hormones that cause stress are balanced, so that there is no problem of tension for the person. There is a high amount of vitamins and proteins in them, due to which the energy is transmitted in the body. By eating Shilajit, bones become stronger with major diseases of the bones such as joint pain and arthritis problems.

Shilajit gets normal blood pressure



Shilajit gets normal blood pressure. It cleanses blood in the body and fixes blood circulation in the veins. Along with aging, it is common to have wrinkled face and body skin, but in such a way, the combination of white masouli, Ashwagandha and Shilajit works to make the body fresh again.

आज हम एक ऐसी औषिधि की बात करेंगे जो दिखने में तो पत्थर की तरह है पर इसके इतने गुण हैं कि हम सोच भी नहीं सकते हैं.





इसका सबसे खास गुण तो यह है कि हमारी उम्र को रोक सा लेता है. आइए जानते हैं इसके बारे में क्या है इसका नाम और कैसे यह काम करती है. प्राचीन वैदिक ग्रथों के अनुसार पत्थर से शिलाजीत बनता है. सूर्य की गर्मी से पहाड़ों की चट्टानों के धातु पिघलने लगती है उसे शिलाजीत कहा जाता है. यह बहुत काला और चारकोल की तरह गाढ़ा होता है



इसके सेवन से बूढ़े इंसान में भी 20 वर्ष के जवान की तरह ताकत आ जाती है. शिलाजीत स्वाद में कसैल, गर्म और ज्यादा कड़वा होता है. यह चार प्रकार का होता है. स्वर्ण, रजत, ताम्र और लौह. शिलाजीत इस्तेमाल करते समय भी अधिक खटाई और मिर्च मसालों के सेवन से बचना पड़ता है.





शिलाजीत के सेवन करने से तनाव को पैदा करने वाले हार्मोंस संतुलित हो जाते हैं जिससे इंसान को टेंशन की समस्या नहीं होती है. इसमें अधिक अधिक मात्रा में विटामिन और प्रोटीन मौजूद है जिसकी वजह से शरीर में उर्जा का संचार होता है. शिलाजीत खाने से हड्डियों की मुख्य बीमारियां जैसे जोड़ों का दर्द और गठिया की समस्या दूर होने के साथ हड्डियां मजबूत हो जाती हैं.

शिलाजीत से बल्डप्रेशर सामान्य हो जाता है



शिलाजीत से बल्डप्रेशर सामान्य हो जाता है. यह शरीर में खून को साफ करके नसों में रक्तसंचार को ठीक करता है. उम्र बढऩे के साथ साथ चेहरे और शरीर की त्वचा झुर्रीदार होना तो आम बात है पर ऐसे में सफेद मसूली, अश्वगंधा और शिलाजीत को मिलाकर बनाई गई दवा शरीर को फिर से जवां बनाने का काम करती है.

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