PM मोदी के आगे झुक गया पाकिस्तान, जेल में बंद 291 भारतीय मछुआरों को आज क...



Nearly 291 Indian fishermen locked up in jail will get freedom today. Pakistan will release Indian fishermen on humanitarian grounds in two phases from Wagah border.

Foreign Office spokesman Dr. Mohammad Faisal told that Pakistan has decided to release 291 Indian fishermen in two phases and send them back to their country.

The first phase will be on December 29, 2017 and the second phase will be on 8 January 2018. They said that they will be sent to their country through the Wagah border and this decision has been done as a humanitarian basis.



Let us know that Pakistan released 68 fishermen in October. At the same time, the verdict said that Pakistan always says that human issues should be simplified and not politicized.



Pakistan Maritime Security Force had said last week that authorities have arrested 400 fishermen of India this year. Fishermen of Pakistan and India are arrested for fishing in each other's prison area because there is no such thing to clarify the boundary in the Arabian Sea.

जेल में बंद करीब 291 भारतीय मछुआरों को आज आजादी मिल जाएगी।  पाकिस्तान आज भारतीय मछुआरों को मानवीय आधार पर वाघा बॉर्डर से दो फेज में करेगा रिहा।

विदेश कार्यालय के प्रवक्ता डॉ मोहम्मद फैसल ने बताया कि पाकिस्तान ने दो चरणों में 291 भारतीय मछुआरों को रिहा करने और उन्हें उनके देश वापस भेजने का फैसला किया है

पहला चरण 29 दिसंबर 2017 को होगा जबकि दूसरा चरण 8 जनवरी 2018 को होगा। उन्होंने बताया कि उन्हें वाघा सीमा के जरिए उनके देश भेजा जाएगा और यह फैसला मानवीय आधार के तौर पर किया गया है।



बता दें कि पाकिस्तान ने अक्टूबर में 68 मछुआरों को रिहा किया था। वहीं इस फैसले ने बताया कि पाकिस्तान हमेशा इस बात को कहता है कि मानवीय मुद्दों को सरल बनाया जाना चाहिए ना कि उनका राजनीतिकरण किया जाना चाहिए।



पाकिस्तान मेरीटाइम सिक्योरिटी फोर्स ने पिछले हफ्ते कहा था कि अधिकारियों ने इस साल भारत के 400 मछुआरों को गिरफ्तार किया है। पाकिस्तान और भारत के मछुआरों को एक दूसरे के जेल क्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया जाता है क्योंकि अरब सागर में सीमा को स्पष्ट करने वाली कोई चीज नहीं है।

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