मुस्लिम समुदाय ने सिख समाज के लंगर के लिए खोले मुगलकालीन मस्जिद के दरवाज...
In Fatehgarh Sahib, martyrdom has presented a major example by opening the mosque's doors for organizing anchor for Sikh pilgrims coming in the fair.
Muslim community entrusted the Mughal Lal Lal Masjid campus to the Sikh community for anchor. The Sikh community will now feed the pilgrims to the kitchen and eat it here.
Keep in mind this martyr of Guru Gobind Singh is held in memory. The second and this mosque is also of the Mughal period. Which was built by Sheikh Ahmed Faruq Sirhindi Two years ago this mosque was rebuilt
Local youth Charanjit Singh Channi told that the Muslim community has given permission to use their land to prepare the anchor. We have been preparing food for the past three days and are providing services to the people coming here.
He further said that the basement of the mosque is also being used for the storage of our food items. Gurdwaras of two villages organized an anchor and villagers are handing over the services of the community in the kitchen.
फतेहगढ़ साहिब में शहीदी जोर मेले में आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए लंगर के आयोजन हेतु मस्जिद के दरवाजे खोलकर बड़ी मिसाल पेश की है.
मुस्लिम समुदाय ने लंगर के लिए मुगलकालीन लाल मस्जिद परिसर सिख समुदाय को सौप दिया. सिख समुदाय अब श्रद्धालुओं को रसोई बनाकर यहीं पर खाना खिलायेगा.
ध्यान रहे ये मेला गुरु गोबिंद सिंह के की शहादत को याद में आयोजित होता है. वहीँ दूसरी और ये मस्जिद भी मुगल काल की है. जिसे शेख अहमद फारुकी सिरहिंदी ने बनवाया था. दो साल पहले इस मस्जिद का पुनर्निर्माण कराया गया.
स्थानीय युवक चरणजीत सिंह चन्नी ने बताया कि मुस्लिम समुदाय ने लंगर तैयार करने के लिए अपनी जमीन का उपयोग करने की अनुमति दी है. हम पिछले तीन दिनों से भोजन तैयार कर रहे हैं और यहां आने वाले लोगों को सेवाएं दे रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि मस्जिद के तहखाने का इस्तेमाल भी हमारे खाद्य पदार्थों के भंडारण के लिए किया जा रहा है. दो गांवों के गुरुद्वारों ने मिलकर लंगर का आयोजन किया और ग्रामीणों ने समुदाय के लोग रसोई घर की सेवाओं में हाथ बंटा रहे हैं.
Comments
Post a Comment