अभी-अभी: बीजेपी ने अपने इस दिग्गज नेता को पार्टी से निकाला
Right now: The biggest decision came, BJP pulled out this veteran leader from the party.
new Delhi. On one hand, for the assembly elections in 2018, the BJP is busy preparing with full force and on the other hand the party's senior leader has been suspended. Even before the elections, politics has also been boiled in the midst of the many days of looting in the party. It is said that this legendary leader has a good identity among the people. For information, let us know that for many days Anurag Kashyap, Chairman of Anjuman Islamia Waqf Board, has resigned from his post. Anjuman school teacher and children resigned after landing on the road.
Meanwhile, the Board has suspended the Vice-President of the minority Front, Siraj Mansuri who threatened to leave the party after holding a press conference against the beloved Sahib in the BJP. The party has sought clarification in 3 days from Siraj. Even if the satisfactory answer is not received, the primary membership of Siraj can also be canceled. Among all this, the Waqf Board Bhopal has put an inquiry into allegations of corruption against the beloved sahib. In the highball investigation itself, the board chairman and CEO are included.
It is said that many Congress and BJP presidents were not happy with the work of Pyra Sahab, chairman of Anjuman Islamia Waqf Board, surrounded by allegations. In the past, a dispute was reached between the chief minister's office and a viral video board. Since then, a decision has been taken to examine the entire case.
The BJP has suspended the city's vice-president Siraj Mansuri, who has threatened to leave the party after holding a press conference against Pyare Sahab. It is being said that these threats can cost them dearly. Now the consequence is that the organization has given notice to Siraj Mansuri, considering it as an indiscipline. Apart from suspending them from the organization, it has summoned clarification in the matter within three days. Now, Akhar Siraj can not give a satisfactory answer, his primary membership can also be canceled.
Let the teacher of Anjuman schools perform after the incident of alleged assault with the teachers by the relatives of the board president. Meanwhile, the demand for dissolution of the Anjuman Islamia Trust by handing over a memorandum in the Collectorate. Anjuman Teachts Association's teachers came from the schools of Lalgarh, Gohalpur, Anandnagar in the strike. He has demanded to dissolve the existing trust and appoint the receiver to the administrative officials.
Minority Front's city vice president Siraj Mansoori is already in the fray. It is said that a few days ago, one of his photos was viral in the social media. In this photo, Siraj was standing with AIMM president Asaduddin Owaisi. Since this photo became viral, he was the subject of discussion among the people.
अभी-अभी : आ गया सबसे बड़ा फैसला, बीजेपी ने अपने इस दिग्गज नेता को पार्टी से निकाला
नई दिल्ली। एक ओर जहां साल 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पूरे जोर-शोर के साथ तैयारी में जुटी हुई है वहीं दूसरी ओर पार्टी के दिग्गज नेता को निलंबित कर दिया है। चुनाव से पहले ही पार्टी के अंदर कई दिनों से चल रही उठा-पटक के बीच अब राजनीति भी गरमा गई है। बताया जाता है कि इस दिग्गज नेता की लोगों में अच्छी पहचान है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते कई दिनों से भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अंजुमन इस्लामिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष प्यारे साहब ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अंजुमन स्कूल के शिक्षकों और बच्चों के सड़क पर उतरने के बाद इस्तीफा दिया।
बोर्ड में मची उठापटक के बीच भाजपा में प्यारे साहब के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी छोड़ने की धमकी देने वाले अल्पसंख्यक मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष सिराज मंसूरी को निलंबित कर दिया है। पार्टी ने सिराज से 3 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सिराज की प्राथमिक सदस्यता भी रद्द की जा सकती है। इस सब के बीच वक्फ बोर्ड भोपाल ने प्यारे साहब पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर जांच बैठा दी है। हाईलेबल जांच में खुद बोर्ड चेयरमैन और सीईओ सम्मिलत हैं।
बताया जाता है कि आरोपों में घिरे अंजुमन इस्लामिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष प्यारे साहब के कार्य से कई कांग्रेस और भाजपा अध्यक्ष खुश नहीं थे। बीते दिनों मुख्यमंत्री कार्यालय में एक वायरल वीडियों व बोर्ड का विवाद पहुंच गया था। जिसके बाद से पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच का फैसला लिया गया है।
भाजपा में प्यारे साहब के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी छोड़ने की धमकी देने वाले अल्पसंख्यक मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष सिराज मंसूरी को निलंबित कर दिया है। कहा जा रहा है कि उनको ये धमकी महंगी पड़ सकती है। अब अंजाम ये है कि संगठन ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए सिराज मंसूरी को नोटिस दिया है। उन्हें संगठन से निलंबित करने के साथ ही तीन दिन अंदर मामले में स्पष्टीकरण तलब किया है। अब अघर सिराज संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं तो उनका प्राथमिक सदस्यता भी रद्द हो सकती है।
बता दें कि बोर्ड अध्यक्ष के परिजनों द्वारा शिक्षकों के साथ की गई कथित मारपीट की घटना के बाद अंजुमन स्कूलों के शिक्षकों ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपकर अंजुमन इस्लामिया ट्रस्ट को तत्काल भंग करने की मांग की है। अंजुमन टीचर्स एसोसिएशन की हड़ताल में मढ़ाताल, गोहलपुर, आनंदनगर के स्कूलों से शिक्षक पहुंचे। इन्होंने मौजूदा ट्रस्ट को भंग करके प्रशासनिक अधिकारियों को रिसीवर नियुक्त करने की मांग की है।
अल्पसंख्यक मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष सिराज मंसूरी पहले से ही विवादों में छाए रहे हैं। बताया जाता है कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में उनकी एक फोटो वायरल हुई थी। इस फोटो में सिराज एआईएमआईएम के अध्यक्ष आसदुद्दीन ओवैसी के साथ खड़े थे। इस फोटो के वायरल होने के बाद से ही वे लोगों के बीच में चर्चा का विषय बने हुए थे।
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