UP में मुस्लिम मौलाना ने हिन्दू भगवा चोला ओढ़ ,लगाए जय श्री राम के नारे
A maulana in Kanpur rolled the shirt of Ram and chanted Jai Shri Ram. The Muslim society is angry with this move of Maulana.
In fact, Hafiz, who took care of a well-known mosque in Kanpur, was caught by the road in Jashishree Ram's house. The trouble can be trouble for them because the Ulama Council wanted to know from Mufti Hazrat that what is the order in Shari'a for such people
Hafiz Mohammed Ahmed was given a feast in a seminar held in the city last week. When he began to speak, he was given a shawl of Jayashreeram. Hafiz was very much appreciated at the ceremony, but some people put their photo on the whitespace, then they came to the target of Ula.
Hafiz went on to see the case rising. On Thursday, some people met the All India Sunni Ulama Council's Mahi Haji Mohammad Salis in his office located in Divakhal, and told him the whole story.
The Chief Minister said that in this regard, Shariyat Court has been approached so that information about Sharia orders can be taken. Hafiz Mo. Ahmed could not talk to him because of being in Mecca.
कानपुर में एक मौलाना ने राम नाम का चोला ओढ़कर जय श्री राम के नारे लगाए। मौलाना के इस कदम से मुस्लिम समाज नाराज है।
दरअसल कानपुर की एक प्रसिद्ध मस्जिद की देखभाल करने वाले हाफिज जयश्री राम वाला दुशाला ओढ़कर फंस गए हैं। दुशाला ओढ़ना उनके लिए मुसीबत बन सकता है क्योंकि, उलमा कौंसिल ने मुफ्ती हजरात से ये जानना चाहा है कि ऐसे लोगों के लिए शरीयत में क्या हुक्म है
पिछले हफ्ते शहर में हुए एक सेमिनार में हाफिज मोहम्मद अहमद को दावत दी गई थी। वह जब बोलने लगे तो उन्हें जयश्रीराम का दुशाला पहना दिया गया। समारोह में तो हाफिज की खूब तारीफ हुई लेकिन कुछ लोगों ने दुशाला ओढ़े उनकी फोटो व्हाट्सएप पर डाल दी तो वह उलमा के निशाने पर आ गए।
मामला बढ़ता देख हाफिज उमरा पर चले गए। गुरुवार को कुछ लोगों ने ऑल इंडिया सुन्नी उलमा कौंसिल के महामंत्री हाजी मोहम्मद सलीस से तलाकमहल स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर उन्हें सारी बात बताई।
महामंत्री ने बताया कि इस संबंध में शरई अदालत से संपर्क किया गया है ताकि शरई के आदेशों की जानकारी ली जा सके। हाफिज मो. अहमद के मक्का में होने के कारण उनसे बात नहीं हो सकी।
Comments
Post a Comment